बिहार से गोरखपुर आए UPPCL का पेपर देने दो “मुन्ना भाई” को पुलिस ने लिया हिरासत में..
एक अंग्रेजी में कहावत हैं :”There is no substitution of hard work” मतलब कड़ी मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं हैं पर ना जाने आज कल के कुछ युवाओ को क्या हो गया कि वो अपनी मंजिल पाने लिए गलत तरीका अपनाने को तैयार हैं।जी हाँ हम बात कर रहे हैं कल गोरखपुर में हुए UPPCL के पेपर की.. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन की सहायक समीक्षा अधिकारी की सीधी भर्ती परीक्षा में कल गोरखपुर से 2 सॉल्वर को पुलिस ने पकड़ने में सफलता हासिल की है।नौसड स्थित स्वास्तिक ऑनलाइन परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी दिलीप कुमार और सलमान खान के स्थान पर परीक्षा देते कक्ष निरीक्षक रोशन कुमार प्रजापति और राजीव कुमार यादव को पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा है।
परीक्षा शुरू होते ही परीक्षार्थी उनकी जगह कक्ष निरीक्षक बन गए थे जबकि कक्ष निरीक्षक परीक्षार्थी बनकर प्रश्नों को हल करने में लगे हुए थे। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के माध्यम से यूपीपीसीएल में सहायक समीक्षा अधिकारी पद पर भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही थी. परीक्षा 13 और 15 सितंबर को होनी है. पहले दिन नौसड स्थित स्वस्तिक केंद्र पर प्रथम पाली की परीक्षा में 670 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया।बायोमेट्रिक के माध्यम से परीक्षार्थियों को प्रवेश दिया गया था. लैब कक्षा नंबर 2 में परीक्षा के दौरान पीसीएस की निगरानी टीम की जांच में कक्ष निरीक्षक बने दो युवक संदिग्ध स्थिति में दिखे टीसीएस की टीम ने उनसे जब कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह परीक्षार्थियों की जगह परीक्षा दे रहे हैं. जबकि उनकी ड्यूटी कक्ष निरीक्षक के रूप में लगी हुई थी टीम ने चारों युवकों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया.
हिरासत में लेने के बाद पूछताछ के दौरान बेलीपार पुलिस ने बताया कि दोनों ही सॉल्वर बिहार के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि छानबीन के दौरान यह पता चला है कि परीक्षार्थियों की नौकरी के लिए 8 से 10 लाख रुपये में नकल माफियाओं ने ठेका दिया था. माफिया ने परीक्षार्थियों के हुलिया के हिसाब से बिहार से 2 सॉल्वरों की तलाश की थी. फिलहाल पुलिस इन पकड़े गए सॉल्वरों से पूछताछ में लगी हुई है।