गोरखपुर।पांच शहरों के बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति गोरखपुर के तत्वाधान समस्त में विद्युत कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहा जिसके अनुकम में आज हजारों कर्मचारियों ने कई कि0मी0 की मानव श्रृंखला बनाकर मोहदीपुर स्थित मुख्य अभियन्ता कार्यालय से मोहद्दीपुर चौराहा
होते हुए यूनिवर्सिटी चौराहे तक प्रदर्शन किया गया। इस मानव श्रृंखला में कई सामाजिक एवं कर्मचारी संगठनों ने भी जोर-शोर से भाग लिया। इस दौरान सड़क से गुजरने वाले नागरिकों ने निजीकरण को आत्मघाती बताया तथा इसके विरोध प्रदर्शन को सही एवं उचित बताया। जनता द्वारा यह भी कहा गया कि सरकार भी घाटे में चल रही है तो विधायकों एवं सांसदों के साथ-साथ विधान सभा और संसद का निजीकरण पहले किया जाना चाहिए।
इसी क्रम में आज उ0प्र0 डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ एवं कायस्थ उत्थान समिति द्वारा लिखित समर्थन दिया गया। उ0प्र0 डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के जनपद सचिव श्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा निजीकरण का विरोध बताया गया कि सरकार की यह नीति कर्मचारी विरोधी है। इस दमनकारी नीति के विरोध में हमारा संगठन विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के साथ किसी भी स्तर का विरोध करने को तैयार है।
इस दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश श्रीवास्त व उद्यान विभाग के अध्यक्ष मुजरात खान, सिचाई विभाग के सरजू पासवान आदि ने सभा को सम्बोधित किया।
गोरखपुर समेत पूरे प्रदेश में यह आन्दोलन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। विधानसभा में आम जनता के हित में विपक्ष पार्टी द्वारा निजीकरण का विरोध किया जाना एवं सदन से वाक आउट किया जाना इसका प्रमाण है।