गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में “लिंगदोह कमेटी” की धज्जियां उड़ाते छात्र नेता….

744

रत्नेश पाण्डेय

Advertisement

गोरखपुर।

गोरखपुर विश्वविद्यालय में आगामी 13 सितंबर को छात्र संघ चुनाव होने हैं और हर चुनाव के अपने अपने कायदे कानून होते हैं।आपको बताते चले कि छात्र संघ चुनाव के लिए भी एक कमेटी बनाई गई हैं जिसके तहत चुनाव होते हैं और इस कमेटी का नाम हैं “लिंगदोह कमेटी”,पर ज़नाब गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में कोई भी नियम कानून नहीं क्योंकि यहाँ आपको हर जगह लिंगदोह कमेटी का उल्लंघन होता दिख जाएगा।गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र नेता अपनी अपनी पूरी जोर-आजमाइश के साथ प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं।हालांकि चुनाव अधिकारी ओ.पी पांडेय का कहना हैं कि छात्र संघ चुनाव लिंगदोह कमेटी के नियमो के तहत ही होगा।लेकिन छात्र नेता लिंगदोह कमेटी की सिफारिश को मानने के लिए तैयार नहीं है।हम ऐसा इसलिए बोल रहे क्योंकि लिंगदोह कमेटी में चुनाव लड़ने के जो मानक तय किये हैं, वे काफी जटिल है।

1-लिंगदोह कमेटी ने स्नातक के छात्रों के लिए 17 से 22 वर्ष,पीजी के छात्रों लिए 24 से 25 वर्ष व पीएचडी कर रहे छात्रों के लिए अधिकतम 28 वर्ष आयु निर्धारित की है।

2-जैसे छात्र आंदोलन के दौरान यदि किसी छात्र नेता पर एफआइआर हो जाता है तो वह चुनाव नहीं लड़ सकता है।

3-चुनाव लड़ने के लिए ईयर बैक नहीं होना चाहिए. मैट्रिक से हायर एजुकेशन तक सत्र में ब्रेक नहीं लगना चाहिए।