अभिषेक पाल
आज से शुरू हो रहे संसद का मानसून सत्र राजनितिक सरगर्मियों के अतिरिक्त कामकाज के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहने वाला है। 22 दिनों तक चलने वाले इस सत्र में उम्मीद है कि मोदी सरकार के कई सारे विधेयक पास होंगे वहीं कांग्रेस मोदी सरकार को कई मोर्चे पर घेरने की तैयारी में जुटी है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार पिछली बार की तरह सत्र हंगामेदार नहीं होगा। हालांकि लोकसभा स्पीकर ने भी अपनी ओर से पहल की है कि महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने का प्रयास करते हुए सरकार ने महिला आरक्षण एक बार में तीन तलाक और निकाह हलाला संबंधी विधेयक पारित करने में सहयोग करने की मुख्य विपक्षी दलों से अपील की है।
22 दिनों तक चलने वाले इस सत्र में सरकार का इरादा 18 विधेयक पेश करने का है इन विधायकों ने गैरकानूनी डिपाजिट स्कीम पर लगाम लगाने से लेकर एम एस एम ई क्षेत्र के लिए टर्न ओवर के लिहाज से परिभाषा में बदलाव करने वाले विधेयक शामिल है
वहीं कांग्रेस की अगुवाई में 12 विपक्षी दलों ने फैसला लिया है कि वह मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लहंगे लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में विश्वास का माहौल है सरकार खुद संसद सत्र को बाधित करती है और आरोप विपक्ष पर थोप देती है।