कुशीनगर : पिछले दो महीने से राशन न मिलने से मजबूर दिव्यांग को जिलापूर्ति कार्यालय पर धरना देना पड़ा। कसया तहसील क्षेत्र के गांव रामपुर बुजुर्ग निवासी दिव्यांग (दृष्टि बाधित) विपत 52 वर्ष,को अपनी पत्नी कमला के साथ सोमवार को सीधे सीढियां चढ़ कर जिलापूर्ति कार्यालय पर पहुंचे।
दोपहर 12 बजे कार्यालय के समक्ष दोनों ने धरना शुरू कर दिया। मौजूद कर्मचारियों को बात समझ में नहीं आई तो उनसे पूछा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं। इस पर कहा कि आंख से हमें नहीं दिखता तो विभाग को हमारी बेबसी नहीं दिख रही। हम कई वर्ष से अंत्योदय कार्ड धारक हैं, लेकिन दो माह से हमारा नाम सूची से काट दिया गया है। हम अनुसूचित जाति के हैं तथा जन्म से दोनों आंख की रोशनी नहीं है। इस पर विभाग को शायद तरस नहीं आया, तभी तो हमको भुखमरी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया गया है।
अंत्योदय कार्ड (यह कार्ड भारत सरकार द्वारा उन सभी नागरिकों को दिया जाता है जो एपीएल और बीपीएल की श्रेणी में आते हैं) की सूची में आधार लिक कराने के नाम पर कर्मचारी, अधिकारी बिना सेक्रेटरी व प्रधान के प्रस्ताव के ही हमारा नाम काट दिए हैं जिसकी वजह से पिछले दो महीने से हमे राशन के लिए अधिकारियों की मनमानी झेलना पड़ रहा है आखिर हमारा कसूर क्या है, हम इसके हकदार हैं, फिर भी महरूम कर दिया गया।
पूरे छह घंटे तक चला उनका धरना कार्रवाई के पुख्ता आश्वासन के बाद समाप्त हुआ और पत्नी का हाथ पकड़ घर को वापस लौटे।
वहीं जिलापूर्ति अधिकारी विमल कुमार शुक्ल ने कहा कि मामला तहसील स्तर का है इसमें कहां से गड़बड़ी हुई है, जांच कराई जाएगी। अगर पात्र हैं तो लाभ अवश्य मिलेगा।